दिग्रस।
दिग्रस नगर पालिका के युवा कर्मचारी अनिल उबाले ने बुधवार को जहर पी कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। इस दौरान अनिल ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो वायरल कर एक महिला को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था। ऐसे में गुरुवार को मृतक अनिल के रिश्तेदारों, सहकर्मियों और दोस्तों ने दिग्रस पुलिस स्टेशन में इकट्ठा आकर धरणा प्रदर्शन के माध्यम से संबंधित महिला को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। दिग्रस नगर पालिका कर्मचारियो की विभिन्न समस्याओं को सुलझाने के लिए हमेशा तैयार रहने वाले आंबेडकरी आंदोलन के प्रखर समर्थक रह चुके युवा नगरपालिका कर्मचारी तथा सक्रिय समाजसेवक अनिल उबाले ने बुधवार को जहर पी कर आत्महत्या कर ली।इस दर्दनाक खबर ने शहर के संवेदनशील नागरिकों सख्ते में डाल दिया है। गौरतलब है कि आत्महत्या से पहले अनिल ने एक वीडियो वायरल कर कथित तौर पर दिग्रस शिवसेना की महिला पदाधिकारी को अपनी खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया हैं। वायरल हुए वीडियो के मुताबिक वह महिला अनिल को 5 लाख रुपयों के लिए ब्लैकमेल कर रही थी,हालांकि उसने उसे अब तक किसी तरह 2 लाख रुपये दिये है। लेकिन महिला लगातार उसे शेष 3 लाख के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थी, जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या का मन बना।लिया।
‘उस’ महिला को मिले कड़ी सजा!
इधर अनिल उबाले की अकल्पित आत्महत्या से गुस्साए अनिल के परिवार सदस्य, रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों ने गुरुवार को दिग्रस पुलिस थाने में रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की अनिल को कथित रूप से ब्लैकमेल करनेवाली कथित महिला को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की पुरजोर मांग की है। हालांकि दिग्रस पुलीस ने इस प्रकरण में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
संबंधित महिला से नही कोई लेनादेना: शिवसेना पदाधिकारी
उपरोक्त मामले में जारी मृतक के वायरल वीडियो में कहीं न कहीं शहर शिवसेना की कथित महिला पदाधिकारी का नाम आने से पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों ने इधर गुरुवार को शहर के विश्राम गृह में प्रेस वार्ता का आयोजन कर संबंधित महिला से पार्टी का कोई सीधा संबंध नही होने की बात कही। इस दौरान स्थानीय शिवसेना के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रेस वार्ता में सेना की महिला आघाडी उपजिला प्रमुख संजीवनी शेरे और पूर्व शहर प्रमुख संजीव चोपड़े ने स्पष्ट किया कि किसी अर्चना राठोड का नाम इस मामले में लिया जा रहा है। कथित महिला अर्चना अरविंद राठोड को पार्टी ने मामूली सदस्यता प्रमाणपत्र तक नही दिया है। वह खुद ही पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में स्वेच्छा से हिस्सा ले रही थी,पार्टी को उस से कोई लेनादेना नही है। चोपड़े ने आगे कहाँ की शहर शिवसेना की संवेदना मृतक अनिल उबाले के साथ है। शहर शिवसेना इस मामले में पुख्ता जांच करने और आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की मांग का करती है।