महिला और बाल कल्याण मंत्री, यशोमति ठाकुर जिला सामान्य अस्पताल का दौरा किया और घटना का निरीक्षण किया। फिर उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए इस संबंध में निर्देश दिए।जिला कलेक्टर संदीप कदम, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय मून, जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव, जिला सर्जन डाॅ। प्रमोद खांडते, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीषा कुरसंगे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। प्रशांत उइके, महिला एवं बाल विकास अधिकारी विजय नंदगवाली, महिला आर्थिक विकास निगम के समन्वयक प्रदीप कैथोले, बाल विकास परियोजना अधिकारी राहुल निप्से और विभिन्न विभागों के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्रीमती ठाकुर ने जिला कलेक्टर से पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। पूरी घटना की जांच के लिए, फोरेंसिक विशेषज्ञों, विद्युत निरीक्षकों, VNIT, राष्ट्रीय अग्नि इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों आदि की एक टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उनकी रिपोर्ट जल्द ही जिला कलेक्टर को प्राप्त होगी।
इन्द्र मालो, आयुक्त, एकीकृत बाल विकास सेवा योजना, ने आज मुख्य कार्यकारी अधिकारी, भंडारा को पत्र भेजकर माताओं को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा और एएनएम द्वारा नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। पत्र ने तुरंत आयुक्तालय को एक रिपोर्ट भेजने का भी निर्देश दिया कि इस घटना में मरने वाले बच्चे को संबंधित अस्पताल में क्यों भर्ती कराया गया था।