मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के लिए इजाजत और पुरुषों के बराबर अधिकार के लिए आंदोलन करने वाली तृप्ति देसाई इस बार महिलाओं के लिए आंदोलन कर रही हैं. महाराष्ट्र में शिरडी साईं बाबा मंदिर के अधिकारियों ने कुछ बोर्ड लगाए थे, जिनपर श्रद्धालुओं से ”सभ्य” तरीके के वस्त्र पहनने को कहा गया था. जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने इस ड्रेस कोड के खिलाफ आंदोलन करने की बात कही है.
तृप्ति देसाई की इन धमकियों के बाद मंदिर में उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है. उप-संभागीय मजिस्ट्रेट (शिरडी क्षेत्र) गोविंद शिंदे ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए देसाई को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें उनसे निकटवर्ती अहमनगर जिले के शिरडी में आठ दिसंबर मध्यरात्रि से 11 दिसंबर मध्यरात्रि तक प्रवेश नहीं करने के लिये कहा गया है.
गुरुवार सुबह भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई 20 अन्य महिला सहयोगियों के साथ टेम्पो ट्रैवलर में बैठकर शिरडी मंदिर के लिए रवाना हुई. हालांकि सुपा टोल प्लाजा के पास अहमदनगर पुलिस ने सभी को रोक लिया है.
इससे पहले उन्होंने शिरडी साईं बाबा ट्रस्ट से अपील करते हुए कहा कि मंदिर जाने वाले श्रद्धालुों के लिए किसी तरह का ड्रेस कोड लागू नहीं करें.
इसके साथ ही तृप्ति देसाई ने मंदिर के बाहर लगाए गए बोर्ड को भी 10 दिसंबर तक हटाने को कहा गया है जिसमें श्रद्धालुओं से ”सभ्य” तरीके के वस्त्र पहनने को कहा गया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो ट्रस्ट इस बोर्ड को हटाए नहीं तो वो खुद ऐसा करेंगी.
हालांकि जब शिरडी साईं बाबा ट्रस्ट ने तृप्ति देसाई की बातों को नजरअंदाज कर दिया तो उन्होंने गुरुवार को महिला ब्रिगेड के साथ शिरडी मंदिर की तरफ प्रस्थान किया है. वहीं शिवसेना की महिला इकाई और ब्राह्मण महासंघ ने तृप्ति देसाई को मंदिर में नहीं घुसने और बोर्ड नहीं हटाने की चेतावनी दी है.